धनपतराय नाम था उनका लेखन का नाम नवाबराय। धनपतराय नाम था उनका लेखन का नाम नवाबराय।
हमारे ज़ख़्म पर नमक लगाते चले गए। हमारे ज़ख़्म पर नमक लगाते चले गए।
प्यार वो नमक है जिससे घाव और जल जाता है, और स्वाद बने तो जीभ पाने को मचल जाता है। प्यार वो नमक है जिससे घाव और जल जाता है, और स्वाद बने तो जीभ पाने को मचल जा...
कस्तूरबा से करवाया श्रम साबरमती मे बनाया आश्रम बचपन में चबाये चने इंग्लैंड जाकर बेरी स्टार बने कस्तूरबा से करवाया श्रम साबरमती मे बनाया आश्रम बचपन में चबाये चने इंग्लैंड जा...
हसीन होगा सफर साथ चलकर तो देखो दोस्त बनकर सरे राह कांटे बिछाता रहा। हसीन होगा सफर साथ चलकर तो देखो दोस्त बनकर सरे राह कांटे बिछाता रहा।
पांव ना टिके धरती पर और वो बस उड़ती रहे हवाओं में ! पांव ना टिके धरती पर और वो बस उड़ती रहे हवाओं में !